पीपुल्स समाचार का आगाज हो चुका है। जन के मन को जीवन बनाने और गण में गुणों की वृद्धि का संकल्प लिए पीपुल्स समाचार राजधानी के पत्रकारिता पटल पर दाखिल हुआ है।
प्रवेशांक में समूह संपादक महेश श्रीवास्तवजी ने दुष्यंत कुमार को उद्धृत करते हुए लिखा है कि हंगामा खड़ा करना मेरा मकसद नहीं, कोशिश है ये सूरत बदलनी चाहिए। पहले तीन अंकों के आधार पर कुछ ज्यादा कहना ठीक नहीं होगा। सूरत बदलने की कोशिश की दिशा को समझने के लिए अभी थोड़ा इंतजार करना होगा।
ले आऊट और प्रिंटिंग से अखबार की सूरत जरुर निखर सकती है पर समाज की नहीं। समाज और देश की सूरत बदलने के लिए रिपोर्टिंग को धारदार बनाना होगा। हालॉंकि पाठकों तक अखबार पहुँचाने की रणनीति में पीपुल्स शुरुआती दौर में सफल दिख रहा है। अभी बस इतना ही आगे- देखते हैं कहॉं जय होगी, कहॉं पराजय...
सूरत बदलने के संकल्प के साथ पीपुल्स का आगाज:
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment