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गूगल बज़ - ये मुनाफे कि बात है बाबू

गूगल बज़ पर एक चर्चा लगातार बज़ में है के गूगल बाबा बड़े कमाल कि चीज़ है जो मांगो वो दे देता हैअब देखो ना किसी ने कहा के कहाँ ऑरकुट पर स्टेटस अपडेटे करें ,और कहाँ फसबूक पर पोस्ट करेंसब एक जगह ही हो तो अच्छा है। गूगल ने अपने सबसे प्रचलित और विश्वसनीय उत्पाद में ही इनसब कि सुविधा दे डाली , जी हाँ जीमेल में , अब आप अपने ट्विट्टर पर दिए जाने वाले सन्देश यहाँभी दे सकते हैं , और कोई आपको फोलो करता हो या ना हो , आप अगर उसकी कांटेक्ट लिस्ट में हैं तोउस को आपका बज़ दिख जायेगा , ,
जी हाँ और यहाँ भी फलोवर बढ़ने का खेल शुरू होने वाला है



हमें तो भाई बस एक शिकायत है के वहां सीधे हिंदी नहीं लिख सकते हालाँकि मैने गूगल का इंडिक सपोर्टसोफ्टवेयर डाउनलोड कर लिया है , तो मुझे तो कोई दिक्कत नहीं पर ये दिक्कत है , पर दिक्कत तो बनी हीहै बाबा , किसी के ब्लॉग पर कमेन्ट करना हो, ट्विटर पर लिखना हो या के फसबूक पर

अरे हाँ और आपको बता दूं कि मार्केट में गूगल बज़ कि रिपोर्ट कोई खास अच्छी नहीं है, लोग मोर्चे भी खोले बैठे हैंये देखिए-Buzz off: Disabling Google Buzz

और एक ख़ास बात सुनते जाइये - अर्थशास्त्र के विद्यार्थी होने के नाते इसके अर्थशास्त्र है के गूगलबज़ के जाने से गूगल का आर्थिक मुनाफा भी बढ़ने वाला है , अब धीरे से गूगल यहीं पर गूगल फ्रेंड कनेक्ट डाल देगा और फ़िर इसमें और फसबूक में कोई ख़ास अंतर नहीं रहने वाला है।
ऐसा होते ही फसबूक पर विसिट्स धीरे धीरे कम होने लगेंगे और गूगल अपने विज्ञापन विभाग यानेगूगल एडसेंस से जीमेल पर दिखाए जाने वाले विज्ञापनों का रेट बढ़ा देगा , मार्केट पर उसका कब्ज़ाभी बढ़ जायेगा और मुनाफा भी खैर फिलहाल तो वाहन से विज्ञापन नदारद हैं ।इसपर नज़र रखीकुछ खास होने वाला है


मुझसे भी कभी गूगल बज़ पर मिलिए मेरा पता है
mayurdubey2003 at gmail dot com ईमेल एड्रेसआप ही समझ लीजिएगा , और कीजिए अगली पोस्ट का इन्तेज़ार

जाते जाते गूगल बज़ पर हिंदी में कुछ अन्य पोस्ट-
"गूगल बज़" शुरू करें या कहें "गूगल अब बस" कर!
गूगल बज़ से परेशान? दो आसान उपाय रोकथाम के
गूगल बज़ - Facebook हत्यारा?

तो इन्तेज़ार किस बात का

बिना स्पेस दिए रोमन टेक्स्ट हिन्दी मैं बदलें

एक कमेन्ट के माध्यम से दिनेशराय जी ने ये जानने में उत्सुकता ज़ाहिर की थी के यदि सामग्री रोमन में लिखीहो तो उसे यूनिकोड में कनवर्ट करने के लिए बिना बार बार स्पेस दिए कोई तरीका है , मुझे एक तरीका मिल गयाहै , सब से साझा कर रहा हूँ , कभी भी ज़रूरत पड़ने पर इस्तेमाल कर सकते है
<span title=

विधी - अपनी पहले से ही टाइप किया हुई सामग्री को अपने ब्लोगर के पोस्ट एडिटर बॉक्स में पेस्ट करें जोकुछ ऐसी दिखेगी
vidhi - apni pehle se hi tipe ki hui samagri ko apne post editor box main paste karein jo kuch aisi dikhegi
इसके बाद उस पूरे टाइप किए हुए मैटर को सेलेक्ट कर लें और Ctrl+G दबाएँ , आपका टेक्स्ट तुंरत परिवर्तित होजाएगा और नया हिन्दी मैं लिखा हुआ मैटर जाएगा ,
है ना आसान.. बार बार स्पेस दबाना और कुछ ...
प्रयोग कर के बताएं कैसा रहा


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पोस्ट का पहला अक्षर बड़ा बनाएं

इस पोस्ट में आपने कुछ अलग नोटिस किया ,जी हाँ पहला अक्षर ,इस पोस्ट का पहला अक्षर बड़ा है , बहुतदिनों से अपने ब्लॉग की स्टाइल शीत पर कोई काम नही किया था, वडनेरकर जी के सफर में पोस्ट के शुरुआतहमेशा बड़े अक्षर से ही होती है , बचपन से अखबार की सम्पादकीय में भी ऐसा ही कुछ देखते रहे हैं सोचा क्यों अपने ब्लॉग पर लगाया जाए

Drop Caps - जी हाँ यही कहते हैं इसे , हम इसे बरसों से अपने वर्ड डाक्यूमेंट सुंदर बनने के लिए कर ही रहे हैं , और यदि आप वर्ड पर लिख सीधे किसी सॉफ्टवेर से प्रकाशित करते हों तो आप जानते ही होंगे


कैसे - इसको अपने ब्लॉग पर लगना कोई कठिन काम नही है , चूँकि हमारा ब्लॉग को css style sheet से हीसमझता है , तो हमें पहले ब्लॉग को ये बताना होगा, फ़िर वोह ख़ुद--ख़ुद सिर्फ़ एक बार में समझ लिया करेगा तो ज्यादा समय नही लेते हुए विधि पर आते हैं

Step 1 - अपने ब्लॉग के edit HTML सेक्शन में जायें .
Photobucket

Step 2 - यहाँ आपके कोड लिखे दिखेंगे यहाँ CTRL+F की सहायता से

]]</b:skin>

को ढूंढें

Step 3- ]]</b:skin> के ठीक ऊपर निचे दिया हुआ कोड पेस्ट कर दें
.post aad {
float:left; color:
headerBgColor;
font-size:100px;
line-height:80px;
padding-top:1px;
padding-right:5px; }

अब निचे दिए हुए सेव टेम्पलेट पर क्लिक करें - आपका काम हो चुका है

अपनी पोस्ट पर आकर पहले अक्षर को एडिट एच टी एम् एल पर आकर इस कोड में बंद कर लें <aad>अ</aad>


लगातार
उपयोग के लिए

सेटिंग में जा कर - फॉरमेटिंग पर क्लिक कर सबसे निचे पोस्ट टेम्पलेट में इस तरह से कोड पेस्ट कर दें और सेवकर लें इस से आपको ये कोड याद रखने में
दिक्कत नही होगी
http://www.blogger.com/blog-formatting.g?blogID=1003205703605241903

अब जब भी आप नई पोस्ट लिखेंगे तो आपको ये पहले से ही वहां मिलेगा , आपको सिर्फ़ बीच में जगह पर अपनीपोस्ट का पहला अक्षर लिखना है

ये पोस्ट कैसी लगी , ज़रूर बताइए

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गूगल एनालिटिक्स पर रजिस्टर करें-रिपोर्ट्स का विवरण अगली पोस्ट मैं

र ब्लॉगर के लिए आज ये जानना ज़रूरी हो गया है की उसके पाठक कौन हैं कहाँ से आते हैं , कितना समय वेबसाइट पर बिताते हैं और किन किन लेखों को ज्यादा तवज्जो देते हैं । दरअसल इन आंकडो से एक ब्लॉगर को दिशा मिल सकती है की वो किस ओर अपनी उर्जा लगाये की उसका पाठक आधार और मजबूत हो , साथ ही ये भी पता चलता है की किस क्षेत्र में और काम किया जा सकता है , पर कैसे ? इसके लिए इन्टरनेट पर तमाम उपाय मौजूद हैं , जैसे www.statcounter.com , www.histats.com और भी कई । इनसे अलग गूगल का एक उत्पाद है जो इस तरह के तकनीकी अनालिसिस में आपकी मदद कर सकता है । google.com/analytics
इस पोस्ट मैं सिर्फ़ गूगल एनालिटिक्स मैं रजिस्टर कैसे करें है और अगली पोस्ट कैसे इस्तेमाल करें इस पर आधारित होगी क्योंकि जब आपके पास डाटा होगा तब ही तो आप उसका इस्तेमाल करेंगे और गूगल एनालिटिक्स
मैं डाटा इकट्ठे होने मैं एक दिन का समय लगता है । गूगल एनालिटिक्स मैं तमाम तरह की सुविधाएं हैं और advanced reports देखी जा सकती हैं ।

तो देखें कैसे रजिस्टर करें
  1. google.com/analytics पर क्लिक करें और रजिस्टर करें । इस पर रजिस्टर करने के लिए आपके पास सिर्फ़ एक गूगल खता और एक ब्लॉग का होना ज़रूरी है .Photobucket
  2. रजिस्टर करने के बाद दूसरी कड़ी अपने चिट्ठे के बारे में अनालिस्टिक को बताना होता है । यहाँ सिर्फ़ चिट्ठे का नाम , url और अपने देश का नाम देना होता है । डिटेल देने के बाद continue पर क्लिक करें । Photobucket
  3. तीसरी स्टेप में अपनी निजी जानकारी जिससे अनाल्य्स्टिक आपको पहचानेगा डालें और continue करें । Photobucket
  4. अगली कड़ी में गूगल की सेवा शर्तों को मानें क्योंकि बिना उसके हम आगे नही जा सकते . Photobucket
  5. निचे डाटा शरिंग लिंक पर क्लिक करें और अपने हिसाब से तय करें की आप अपना डाटा किसी के साथ शेयर करना चाहते हैं या नही , मेरे ब्लॉग पर तो जो भी है बाँटने के लिए ही है इसलिए मैंने इस प्रकार शेयर किया है । इस स्टेप के बाद निचे create new account पर क्लिक करें । Photobucket
  6. अब आप इस पेज पर आ जायेंगे , यहाँ दो तेबों में दो दो कोड दिए हुए हैं New Tracking Code(ga.js) और Legacy Tracking Code (urchin.js) । हमें एक एक करके दोनों का इस्तेमाल करना है , एक दूसरी विंडो में ब्लॉगर खोल लें Photobucket
कॉपी किया हुआ कोड ब्लॉगर में </body> टैग के ठीक ऊपर पेस्ट कर दें । </body> को ढूँढने के लिए इस तरह layout में जा कर edit html पर क्लिक करें और ctrl+f कर ढूंढेंPhotobucket




जहाँ कोड पेस्ट करें उसके ठीक निचे urchin.js का कोड पेस्ट कर दें । urchin.js कोड के लिए दिए हुए चित्र की तरह दिए हुए कोड को कॉपी कर पेस्ट कर दें । Photobucket
आपके ब्लॉग पर दूसरा कोड कुछ ऐसा दिखेगा . अब save template पर क्लिक करें । Photobucket
7. जब कोड सेव कर लें , दोबारा अनाल्य्स्टिक की वेबसाइट पर जा कर continue पर क्लिक करें ।
Photobucket

आपका कार्य हो चुका है , आधे घंटे बाद दोबारा गूगल एनालिटिक्स को एक्सेस करें आपको ये सही का निशान दिख जाएगा
https://www.google.com/analytics/settings/?et=reset&hl=en-US

एक बार आपका अकाउंट बन जाए आप इस सेवा से कई रिपोर्ट्स देख सकते हैं ,

अब रिपोर्ट्स कैसे देखें और क्या रिपोर्ट्स हैं इसे पढने और समझने के लिए अगली पोस्ट पढ़ें , जो शीघ्र ही प्रकाशित होगी । मैं यहाँ बताना चाहता हूँ की ये रिपोर्ट ब्लोग्गेर्स से ज्यादा उन वेबसाइट्स जो इन्टरनेट व्यापार आदि कार्यों मैं लगी हैं के काम का है । तो अगली पोस्ट का इंतज़ार करें ।


और हाँ नए लेख ईमेल से पाएं कहीं कुछ छूट नही जाए
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google trends-गूगल ट्रेंड्स -कौन कहाँ जा रहा है -कितना जा रहा है .

गूगल लेब्स का एक शानदार उत्पाद ' गूगल ट्रेंड्स ' के नाम से उपलब्ध है । इस उत्पाद से आप इन्टरनेट पर क्या कितना सर्च होता है इसे आंकडों मैं देख सकते हैं । इसके आलावा ये भी देख सकते हैं की कब क्या कितना सर्च हुआ है । गूगल ट्रेंड्स बहुत से मजेदार आंकडे दिखता है ।गूगल ट्रेंड रोजाना कितना क्या सर्च हो रहा है इस पर ध्यान रखता है और उसकी एक रपट बना कर दे देता है -- इस सेवा से हम कुछ मजेदार आंकडे तो जान ही सकते हैं, साथ ही कुछ विश्लेषण भी कर सकते हैं आइये इसे उदाहरणों से समझने की किशिश करें ::

कहा जाता है भारत त्योहारों का देश है , ये देखिये हम अपने त्योहारों को इन्टरनेट पर कितना ढूँढने की कोशिश करते हैं । हम दिवाली सिर्फ़ साल मैं एक बार ही ढूंढते हैं ये देखिये वो भी ठीक दिवाली पर

http://www.google.com/trends?q=diwali

देखा आपने दिवाली हमारे लिए कितनी ज़रूरी है
ज़रा होली को देखिये
http://www.google.com/trends?q=holi&ctab=0&geo=all&date=all&sort=0

होली भी वहि साल मैं एक बार देखी जाती है ॥

कुम्भ का मेला तो चार साल में ही लगता है

http://www.google.com/trends?q=kumbh


इस सेवा का एक बड़ा ही मजेदार पक्ष शब्दों की तुलना की सुविधा है : आइये इसे भी समझते हैं -मान लीजिये हमें जानना है की कोका कोला और पेप्सी मैं से ज्यादा कौनसी सर्च होती है तो cocacola,pepsi लिख कर सर्च करें
http://www.google.com/trends?q=coca-cola%2Cpepsi

मुझे तो इससे ये ही समझ आता है कि पेप्सी हमेशा से कोका कोला से ज्यादा पापुलर शब्द रहा है । वैसे मुझे तो कोकाकोला ही पसंद है ।

चलिए हिन्दी ब्लाग और अंग्रेजी ब्लॉग कि आपस मैं तुलना करते हैं कि कब क्या ज्यादा ढूँढा गया

दुनिया भर में

http://www.google.com/trends?q=hindi+blog%2Cenglish+blog&ctab=0&geo=all&date=all&sort=0

सिर्फ़ भारत में

http://www.google.com/trends?q=hindi+blog,english+blog&date=all&geo=ind&ctab=0&sort=0&sa=N

इसके आलावा भी आप कई चीजों को जैसे सोनिया,अडवाणी,पवार,मायावती और प्रकाश करात कि आपस में तुलना कर सकते हैं ।
ये देखिये
भारत भर में
http://www.google.co.in/trends?q=sonia+gandhi%2Clal+krishna+advani%2Csharad+pawar%2Cmayavati%2Cprakash+karat%2C

  1. सोनिया गाँधी 2004 में सरकार में आम चुनाव बाद हुए घटना क्रम से कितनी पब्लिसिटी पा चुकी हैं आप देखसकते हैं
  2. अपने हाई टेक अडवाणी जी काटो कुछ पता ही नही चलता
  3. शरद पवार सिर्फ़ 2006 के अंत में जब बीसीसीआई में आए तब ही चमके हैं
  4. मायावती का पता नही
  5. प्रकाश करात का पता नही
इस रिपोर्ट के मध्यम से हम ये भी देख सकते हैं के कौन कितना किस छेत्र से ढूँढा गया है
http://www.google.co.in/trends?q=sonia+gandhi%2Clal+krishna+advani%2Csharad+pawar%2Cmayavati%2Cprakash+karat%2C&ctab=0&geo=all&date=all&sort=4
यहाँ तक कि किसी देश के विशेष शहरों को भी देख सकते हैं
ये देखिये
http://www.google.co.in/trends?q=sonia+gandhi%2Clal+krishna+advani%2Csharad+pawar%2Cmayavati%2Cprakash+karat%2C&ctab=0&geo=all&date=all&sort=4

कार, ट्रक, बैक, स्कूटर या साइकल
http://www.google.com/trends?q=bike%2Ccar%2Ctruck%2Cscooter%2Ccycle

इसके आलावा भी कई प्रकार के अनालिसिस के लिए है गूगल ट्रेंड ।
अब ये ही देखिये कि इन्टरनेट पर वेब दुनिया ज्यादा प्रचलित है या दैनिक भास्कर
http://www.google.co.in/trends?q=web+dunia%2C+dainik+bhaskar&ctab=0&geo=all&date=all&sort=0

दैनिक भास्कर जहाँ 2004 से ज्यादा प्रचलित है ,वहीं वेब दुनिया 2007 के मध्य से कुछ उभरा है

ये देखिये ऑरकुट और फेसबुक कि तुलना
http://www.google.com/trends?q=orkut%2Cfacebook&ctab=0&geo=all&date=all&sort=0

उम्मीद है जानकारी आपको काम आएगी ।
वैसे ये सेवा मार्केटिंग, विज्ञापन आदि पर सर्च कर रहे लोगों को काफी जमेगी क्योंकि उन्हें कुछ न कुछ सर्वे करते रहना पड़ता है ।
आपने क्या नया ढूँढा ज़रूर बताईएगा

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कुछ काम के लेख
हिन्दी में लिखने के ऑफ़ लाइन टूल
इन्टरनेट स्पीड क्या ? क्यों ? कैसे ?
अब दूर बैठे यार की तकनीकी मुश्किल आसानी से हल करें
किसी भी साईट से लिंक करने से पहले एक बार ज़रूर देखें
गूगल कनेक्ट का सोशल बार लगायें
ब्लॉग में पेज नम्बर ,वाह क्या बात है !

गूगल सर्च को बेहतर जाने-बने सर्च मास्टर

कभी किसी को मुकम्मल जहाँ नही मिलता.... फ़िर भी हम सब कुछ कुछ ढूँढ रहे हैं , कभी दोस्त , कभी आशियाना , कभी खाना , और कभी के कैसे सीखें ढोल बजाना ?आज हमें कुछ भी चाहिए होता है तो सबसे पहले जो नाम याद आता है वो है गूगल , गूगल सर्च इंजन अलग-अलग आधारों जैसे टेग्स , कंटेंट के आधार पर दुनिया भर की वेबसाइटों से माल इकठ्ठा करता रहता है और जब हमें ज़रूरत होती है हम उससे ढूंढ भी लेते हैं । गूगल पर सर्च अगर एक वज्ञानिक तरीके से की जाए तो काम ज्यादा आसान हो जाता है । तो फ़िर इंतज़ार किस बात का आज कुछ जानकारी अपनी गूगल सर्च बेहतर बनाने के लिए ...

शब्दों पर ध्यान दें

ऐसे शब्द इस्तेमाल करें जो आपको लगता है वेबसाइट पर लिखे होंगे जैसे delhi budget hotel और
listen indian music
ऐसे शब्द इस्तेमाल करने से बचें जो उस के बारे मैं बताती हो जैसे comfortable stay in delhi और cool and calm indian music

सटीक शब्द इस्तेमाल करें

गूगल पर ढूँढ़ते समय सटीक शब्दों का इस्तमाल करें की घुमा फिर कर
जैसे - building material
का इस्तेमाल करें और material for making walls

सीमित शब्दों का इस्तेमाल करें

गूगल आपके सर्च वाक्य को 10 शब्दों तक सीमित करता है , इसलिए बेहतर सर्च के लिए कम और सटीक शब्दों में सर्च करें

कुछ ऐसे शब्द और चिन्ह जिनसे आपके सर्च और आसान होगी

  • अंग्रेजी के कैपिटल अक्षरों में OR शब्द का प्रयोग दो विकल्पों में ढूँढने के लिए करें

जैसे bharat operating system OR systems और indian market OR markets

  • ( - ) चिन्ह का प्रयोग करें जब आपको किसी विशिष्ट शब्द के बिना सर्च करना है -(minus) साइन और आखिरी शब्द के बीच में स्पेस दें

जैसे pakistan -india और blogging -blogger

  • गूगल आम शब्द जैसे and और or आदि को सर्च से हटा देता है , पर जब हम उन शब्दों को जबरजस्ती शामिलकरवाना हो तो +(plus) चिन्ह का उपयोग करते हैं + और शब्द के बीच में स्पेस दें

जैसे +india +and afganistan और +religion +and belief

  • जब कोई ऐसा पेज ढूँढना हो जो कोई विशिष्ठ वाक्य लिया हुआ हो तो उस सर्च में "---" (क्वोट्स) का प्रयोग करें

जैसे "send free sms in india only" और "bharat ka samvidhan"

अपनी सर्च को सिमित करें

  • हम कई बार अपनी खोज ( सर्च ) को सिमित करना चाहते हैं , जैसे किसी एक ही वेबसाइट में सर्च करना चाहते हैं

मान लीजिये आपको माखन लाल यूनिवर्सिटी के दाखिले का नोटिस ढूँढना है तो आप सिर्फ़ माखन लालविश्वविद्यालय की साईट www.mcu.ac.in पर ही ढूंढ़ना चाहेंगे इसके लिए अपने सर्च वाक्य के आगे site:sitename.com लिखें

जैसे admission notice site:mcu.ac.in या mahatma gandhi site:mohalla.blogspot.com

  • अगर आप जानना चाहते के की किसी विशेष पेज से कौन कौन से पेज जुड़े हुए हैं ,या इस पेज की लिंक कहाँ कहाँ है तो उस साईट की नामे के आगे link: का प्रयोग करें(बीच में कोई स्पेस दें ) . इस विधि से आप किसी वेबसाइट के कितने सीधे हवाले हैं भी जान सकते हैं ।

जैसे link:sarparast.blogspot.com या link:pratibhaas.blogspot.com

विशिष्ठ सर्चें

चित्र ढूँढने के लिए images.google.com

google ग्रुप मैं ढूँढने के लिए http://groups.google.com/

  • यदि आपको किसी विषय पर पारिभाषिक सर्च करनी है तो सर्च के आगे define: लगायें

जैसे define: war और define: blogging और define: h2so4

  • यदि आप अपनी सर्च सिर्फ़ किसी वेबसाइट के हेडर या टाइटल तक सिमित करना चाहते हैं तो अपनी सर्च के आगे allintitle: प्रयोग करें

जैसे allintitle:ravi ratlami और allintitle:india is a great country

  • यदि आप किसी विशेष विषय से आर्टिकल या कोई डाकुमेंट ढूंढ़ना चाहते हैं तो अपनी सर्च की शुरुआत intitle: से करें

जैसे intitle:how to ping a blog ya intitle:bhopal lake

  • यदि आप किसी विशेष फाइल को ढूंढ़ना चाहते हैं तो आपको करना सिर्फ़ इतना है की अपनी सर्च के आख़िर में filetype:file type

जैसे यदि आप कोई pdf file सर्च करना चाहते हैं तो कुछ ऐसा होगा india filetype:pdf या aaj bhi khare hain talab filetype:pdf

मुझे लगता है की इस लेख से आप की गूगल खोज अब बेहतर होगी और आप गूगल में सर्च करने को आनंद मानेंगे.

शर्माइये नही आज तो टिपण्णी दे ही दीजिये ....


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हिन्दी में लिखने के ऑफ़ लाइन टूल

हिन्दी में लिखने वालों की एक बड़ी दिक्कत रही है हिन्दी में आफलाइन लिखने की , हर बार ब्लॉग पोस्ट करने के लिए इन्टरनेट से जुड़ना ज़रूरी हो जाता है , असीमित ब्रॉडबैंड कनेक्शन वालों के लिए तो ठीक है पर जो लोग असीमित इन्टरनेट का प्रयोग नही कर रहे हैं उनके लिए कुछ समस्या तो है ही। इसके आलावा समय-समय पर ब्लागर का गूगल की लिपि परिवर्तक-सेवा से संपर्क टूट जाना लय के बने रहने अड़चन पैदा करता है ।

इस समस्या का समाधान इन्टरनेट पर पहले से ही मौजूद है ऑफ़लाइन फॉण्ट कन्वर्जन टूल इस टूल की मदद से आप अपने कम्प्यूटर पर अपने फाँट में लिख कर और उसे यूनिकोड में बदल कर ब्लागर या अन्य साईट पर उपयोग कर सकते हैं ।

मेरी जानकारी के अनुसार इनमे से कुछ अनुनाद सिंह जी और कुछ नारायण प्रसाद जी ने बनाये और आम जन के उपयोग के लिए दिए हैं। अनुनाद सिंह जी हमारे नजदीक इंदौर से हैं , नारायण प्रसादजी ने बीटेक ऑनर्स किया है। इसके साथ ही जर्मन और रशियन भाषा में डिप्लोमा प्राप्त किया है। वे 10 भाषाओं का ज्ञान रखते हैं और संस्कृत और हिन्दी के व्याकरण को लेकर विगत कई वर्षों से शोध कार्य कर रहे हैं । हम उनका धन्यवाद करते हैं जो उन्होंने ये फाइल्स उपलब्ध करा कर कई लोगों की मुश्किल हल की है ।

ये सभी फाइल्स जावा स्क्रिप्ट में हैं और इनके काम करने के लिए आपके कम्प्यूटर में जावा स्क्रिप्ट चलने की क्षमता होनी चाहिए ।
इन्हे डाउनलोड करने के लिए आप निचे दी हुई लिंक्स पर right click कर save link as पर क्लिक कर डेस्कटॉप पर क्लिक कर सेव कर सकते हैं
  1. कृतिदेव से यूनिकोड डाउनलोड करें (right click कर save as करें )
  2. आगरा फॉण्ट से यूनिकोड डाउनलोड करें (right click कर save as करें )
  3. गाँधी फॉण्ट से यूनिकोड डाउनलोड करें (right click कर save as करें )
  4. युवराज फॉण्ट से यूनिकोड डाउनलोड करें (right click कर save as करें )
  5. चाणक्य से यूनिकोड डाउनलोड करें (right click कर save as करें )
  6. डीवि योगेश से यूनिकोड डाउनलोड करें (right click कर save as करें )
  7. शिवाजी से यूनिकोड डाउनलोड करें (right click कर save as करें )
  8. श्री-लिपि से यूनिकोड परिवर्तक डाउनलोड करें (right click कर save as करें )

इसके आलावा अगर आप किसी और फॉण्ट में काम करते हैं जो यहाँ नही तो आप
Scientific and Technical Hindi (वैज्ञानिक तथा तकनीकी हिन्दी) के गूगल ग्रुप पर जाकर कुछ और भी डाउनलोड कर सकते हैं
इस ग्रुप की फाइल्स यहाँ मिलेंगी

एक बार आप फाइल डाउनलोड कर लें उसपर डबल क्लिक कर इन्टरनेट एक्स्प्लोरर में खोल लें । ऊपर एक पिली पट्टी आ जायेगी उस पर right click कर allow blocked content पर क्लिक करें,

और अपना पुराने फॉण्ट में लिखा गया पाठ लिखें और उसे यूनिकोड में में कन्वर्ट करें ,

उम्मीद है ये आपके लिए मददगार साबित होगा


Photobucket

अपने ब्लॉग पर ये चित्र लगा कर हिन्दी में लिखने को प्रोत्साहित कर सकते हैं ,क्योंकि कई लीग सिर्फ़ इसलिए ब्लागिंग नही करते क्योंकि उन्हें यूनिकोड में लिखने का तरीका पसंद नही है


कोड ये हैं

<a href="http://sarparast.blogspot.com/2009/03/blog-post_29.html" target="_blank"><img style="width: 263px; height: 195px;" src="http://i629.photobucket.com/albums/uu17/mayurdubey2003/Picture1-1.png" alt="Photobucket" border="0" /></a>



कोई और सहायता यदि हम कर पाएं तो बताएं ,खुशी होगी

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इन्टरनेट स्पीड क्या ? क्यों ? कैसे ?

भारतीय जनमानस को भगवन ने कुड़ने और कोसने का अजब तोहफा दिया है । यदि कोई चोर नही है तो भी उसको इतना चोर कहेंगे की वो डर के मारे ख़ुद ही सफाई देने लगेगा ,और कोई हमें गलती करता हुआ तो दिख जाए उसकी जान ही ले के दम लेते हैं ।
इन दिनों हमारे ब्लागर भी इसी धुन मैं internet service provider अंतरजाल सेवा प्रदाता कम्पनियों के पीछे पड़े हैं की भइया स्पीड ही नही मिलती और चोरी का इल्जाम भी लगा रहे हैं तो कितना, 90% ये तो सही में कुछ ज्यादा ही हो गया है ,नही क्या ?

तो आइये आपको इन्टरनेट स्पीड के बारे में कुछ समझाते हैं

इन्टरनेट पर वेबसाइट खोलते समय एक प्रोसेस के तहत उस का कंटेंट विभिन्न स्वरूपों में जैसे फोटो है तो .png या .jpg या कुछ और जावा स्क्रिप्ट है तो .js ,html पेज है तो .html में और api की css शीत .css में कंप्युटर की अस्थ्याई (temprory) मेमोरी में डाउनलोड हो कर सेव हो जाते हैं । जिसका पता ei8 में कुछ ऐसा दिखता है C:\Documents and Settings\MICROSOFT\Local Settings\Temporary Internet Files .
इस डाटा के ट्रांसफर को टेलीकम्युनिकेशन और कंप्यूटिंग की भाषा में bitrate ( बिटरेट ) कहते हैं । इसे बिट्स प्रति सेकंड (bits per second ) के माप से मापते हैं ,bps और इसी नाचीज़ को हम स्पीड के नाम से जानते हैं ,ज़ाहिर है जितना ज्यादा बिट रेट होगा उतनी ही ज्यादा इन्टरनेट स्पीड और जब कोई डाटा डाउनलोड होता है तो उसे बायट्स प्रति सेकंड में मापते है ,Bps . अब शायद इससे ज्यादा टेक्नीकल ज्ञान में नही दे सकता नही तो आपको मेरे तकनीकी ज्ञान पर शक हो सकता है ।
अब दिक्कत क्या है ?
दिक्कत ये है की कम्पनियाँ बताती हैं की हम 256 की स्पीड देते हैं और जब भी हम इन्टरनेट से कुछ डाउनलोड करते हैं जैसे गाना या सॉफ्टवेर तो हमारा आंकडा 30-40 के बीच में ही अटका रहता है ,आगे ही नही बढता ।
अरे भइया जरा ध्यान से देखिये आप के इन्टरनेट सेवा प्रदाता ने आपको स्पीड दी है 256Kbps और आप जब डाउनलोड कर रहे होते हैं तो स्पीड होती है KBPS में ,यहाँ दिक्कत है कन्वर्जन की हम Kbps और KBps में फर्क महसूस ही नही करते हैं
.....(शुरू से शुरुआत )
b=bits
Kb=kilobits
Mb=megabits
Gb=gigabits
Tb=terabits

B=Bytes
KB=Kilobytes
MB=Megabytes
GB=Gigabytes
TB=Terabytes

देखा आपने यहाँ कमाल सिर्फ़ अपर केस और लोवर केस का है,और आप कान्फ्युस हो गए ,अब कोन्वेर्जन देखिए

  • 8b = 1B (8 बीट्स = 1 बायट्स )
  • 256b = 32B (256 बीट्स = 32 बायट्स )
बाकी का बिट/बायट्स कैलकुलेशन के लिए यहाँ क्लिक करें
निष्कर्ष

तो जब आपका इन्टरनेट 256Kbps की स्पीड पर चल रहा होता है तो डाउनलोड स्पीड 32KBps होना चाहिए
या
अगर आपको डाउनलोड करने मैं 25KBps की स्पीड मिल रही है तो आपकी इन्टरनेट स्पीड है 25*8=200Kbps

अब शायद आपको समझ आ जाए कि इन्टरनेट कम्पनियां इतनी भी बेईमान नही है ,स्पीड थोडी बहुत तो कम आती है पर इतनी भी नही ।
एक सीधा सूत्र याद करलेंगे तो भी काम चल जाएगा (डाउनलोड स्पीड *(गुणित) 8 = इन्टरनेट स्पीड)

उम्मीद है कि आपकी समस्या का समाधान हुआ होगा .धन्यवाद
यदि पढ़ते पढ़ते यहाँ तक ही गए हैं तो कमेन्ट देने में कैसा शर्माना ,अरे भाई कुछ नही तो अपनी इन्टरनेट स्पीड ही लिख दें


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