राजनेताओं की होली (रंग बरसे आप झूमे श्रृंखला भाग ५)

प्रस्तुति-सौरभ खंडेलवाल
मौका भी है दस्तूर भी ,चुनावों की घोषणा हो चुकी है रंगों का त्यौहार सर पर है तो राजनेताओं को कैसे भूल सकते हैं रंग बरसे आप झूमे श्रृंखला में हम आज पांचवे रंग पर आ चुके हैं । आपके मिल रहे प्यार के हम आभारी हैं . भारतीय राजनेताओ का हर त्योहार मनाने का अंदाज निराला होता है, और हो भी क्यों नही राजनेता जो हैं , होली की बात करें तो शायद राजनेता सबसे ज्यादा उल्लास के साथ इसी त्योहार को मनाते हैं। होली के सबसे बड़े
खिलाड़ी हैं राजनीतिक हास्य के अवतार लालू प्रसाद यादव। उनकी कपड़ा फाड़ होली पूरे देश में सुर्खियाँ तो बटोरती ही है साथ ही इसे काफी लोकप्रियता भी मिली है। होली को याद किया जाता है.होली के दिन लालू के घर पर कपड़ा फाड़ होली देखने वालों की भी खूब भीड़ जुटती है और तब उनकी पत्नी राबड़ी देवी शरमाती हुई अपने पति का असली गंवई रूप देखती हैं। भीड़ के साथ-साथ लालू भी भीड़ में शामिल होकर अपने गाने से सबका खूब मनोरंजन करते हैं। उनका होली गीत `आ रा रा रा रा रा रा` खासा प्रसिद्ध है। होली के दिन कोई भी उनके घर से कपड़े फड़वाए बिना नहीं जा सकता। सभी को लालू के घर में बने स्वीमिंग पूल में नहलाकर रंगों से तरबतर कर दिया जाता है।ली को याद किया जाता है.
पूरे देश में शांति होना चाहिए, होली रंगों से खेली जाती है न कि रक्त से। चुनाव आपको बदलाव का मौका देते हैं मगर बदलाव भी ऐसा होना चाहिए कि वो जनता की आकांक्षाओं को पूरा कर सके।
-अटल बिहारी वाजपयी

होली के एक और बड़े खिलाड़ी हैं, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी। वाजपेयी लालू की तरह कपड़ा फाड़ होली तो नहीं खेलते लेकिन इनके घर भी होली का उत्साह चरम पर रहता है। भाजपा के सभी शीर्ष नेताओं के अलावा दूसरी पार्टियों के नेता और अटलजी के मित्र जनों का यहां अच्छा खासा मजमा लगता है। सन् 2004 की होली में जब वाजपेयी जी प्रधानमंत्री थे, तब चुनाव नजदीक ही थे। ऐसे में चुनावी रंग भी वहां देखने को मिला, अटलजी ने तब अपने संदेश में कहा था कि पूरे देश में शांति होना चाहिए, होली रंगों से खेली जाती है न कि रक्त से। उन्होंने कहा था कि चुनाव आपको बदलाव का मौका देते हैं मगर बदलाव भी ऐसा होना चाहिए कि वो जनता की आकांक्षाओं को पूरा कर सके। 5 साल पहले दिया गया यह बयान आज भी शायद उतना ही प्रासंगिक है जितना तब था। इस वर्ष शायद हम उनकी होली को नहीं देख सकेंगे लेकिन उनके जल्द स्वस्थ्य होने की कामना तो कर ही सकते हैं।
बहरहाल, होली की मौज मस्ती पर वापस लौंटे तो सोनिया गांधी भी होली खेलने में पीछे नहीं है। 10, जनपथ होली के दिन कार्यकर्ताओं से पटा होता है और सोनिया गांधी भी उस दिन फूल मूड में होती है। इस बार होली के दिन बयान देने की बारी शायद उनकी है। उनका बयान तो हम सुन ही लेंगे लेकिन आप यह मस्ती भरा गाना सुनिए-

इस श्रृंखला की पुरानी पोस्ट
  1. भोपाल की होली (रंग बरसे आप झूमे श्रृंखला भाग ४)

  2. होली आई रे कन्हाई (रंग बरसे आप झूमे श्रृंखला भाग ३)

  3. बनारस की होली (रंग बरसे आप झूमे श्रृंखला भाग २ )

  4. रंग बरसे ...आप झूमें श्रंखला भाग १




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