दोस्त का आभार आपके द्वार

शादी पारंपरिक भारतीय समाज का आनंदमयी उत्सव माना जा सकता है। जिसमे लोकगीत, बधाईयां और गारियों ले लेकर फिल्मी गीतों का समागम रहता है। इस पोस्ट को लिखते हुए अत्यंत हर्ष महसूस हो रहा है कि मैं करोड़ों लोगों के विचारों को आकार दे पा रहा हूं। अभी पिछले दिनो हमारे मित्र की शादी हुई हमारे गांव में, जाने का अवसर तो प्राप्त नहीं हो पाया, लेकिन अग्रिम बधाई जरूर दे दी थी। शादी के दो दिन बाद उस मित्र का फोन आया, जिस पर उसने शादी और उससे प्राप्त अनुभवों का विस्तृत ब्यौरा दिया।.....इसी बीच अचानक खामोष हो बड़ी भावुकता से सवाल पूछा कि यार एक बात बताओ ‘ये देश है वीर जवानों का‘ और ‘बहारों फूल बरसाओ, मेरा महबूब आया है‘ गीत किसने लिखा है? मैने कहा पता करके बता दूंगा लेकिन ये अचानक गीतकार की याद कैसे आ गई। उसने कहा यार मै दोनों को बड़े दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं क्योंकि जब मेरी बारात जा रही थी और मै दूल्हा बना घोड़े पर बैठा था उस वक्त बारात में शामिल लोग नाच रहे थे, पर मुझे मजा नहीं आ रहा था। तभी बैण्ड वाले ने ‘ये देश है वीर जवानों का‘ बजाया और मन प्रफुल्लित हो गया। पहली बार लगा कि अपनी बारात जा रही है और अपन घोड़े पर बैठ कर स्वयम्वर के लिए जा रहे अकेले राजकुमार हैं।
जब हम उस धर्मशाला के द्वार पर पहुंचे जहां से हमारी शादी हो रही थी, गाना शुरू हुआ कि ‘बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है‘ उसे सुनते ही पता नहीं क्यों आंखे नम हो गई और लगा कि पहली बार पूरी शादी में अपन को किसी ने सीरियसली लिया है। धर्मशाला की छत पर खड़ी कुछ युवतियां हम पर फूल भी बरसाने लगी सचमुच हम स्वयंबर के अकेले राजकुमार थे।
तभी से मेरे मन में ख्याल आया था कि इन गीतों के गीतकारों के प्रति किसी तरह आभार प्रकट करूंगा। मैंने अपने मित्र की बात को समझते हुए यह पोस्ट लिखी क्योंकि सच में करोड़ों लोगों की षादियों में बिना रायल्टी के बजे इन गीतों ने उत्सव के पलों को यादगार जरूर बनाया है। लगभग तीन पीढ़ी की उम्र हो चुकी इन गीतों में आज भी वही मजा है। भाषाई बाधाओं को तोड़ते हुए ये गीत संपूर्ण भारत के हिस्सों में शादी के मौके पर साथी रहे हैं और हम सब की और से इन गीतों के गीतकार को बहुत-बहुत आभार।
सुनी और आनंद लीजिये

2 comments:

  1. बहुत खूब! कलाकारों की इज्जत का खयाल रखा आपने, साधुवाद!

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  2. बहुत आभार सूरज फ़िल्म के इस सदाबहार गीत को लगाने के लिये. शाम को सुनेगे, वैसे इस गीत ने अनगिनत शादियां करवाई हैं शायद ही कोई शादी हो जिसमे ये गीत नही बजा हो.:)

    रामराम.

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