tag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post5588925500484558530..comments2023-05-09T18:58:07.141+05:30Comments on अपनी अपनी डगर: नवाबों की होली सोने की पिचकारी सेMAYURhttp://www.blogger.com/profile/07342867687077320304noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post-29503334614085294712009-04-18T12:49:00.000+05:302009-04-18T12:49:00.000+05:30आपकी गलत व भ्रामक जानकारी में सुधार कर लीजिये, नवा...आपकी गलत व भ्रामक जानकारी में सुधार कर लीजिये, नवाब के कारण तो होली संकट में है:::: <br />नवाब हमीदुल्ला को होली का शोक था इसमें हमें इंकार नहीं है, वह सोने की पिचकारियों से होली खेलते थे इससे भी हमें कोई सरोकार नहीं । <br />लेकिन नवाब साहब की सरपरस्ती कसीदे घड़ने वालों ने जो यह लिख दिया है कि नवाब साहब दूसरे दिन होली खेलने सीहोर जाते थे और आज भी इस कारण सीहोर में दूसरे दिन होली खेलने की परम्परा कायम है, वह लोग अपनी इस नाजायज भूल में सुधार कर लें । <br />अव्वल तो इतिहास लिखने वाले को संस्कृति व परम्पराओं का भी ज्ञान होना चाहिये लेकिन जो सिर्फ साहब जी हजूरी करने के लिये ही लिख रहा हो उससे ऐसी अपेक्षा नहीं की जा सकती । <br />तथैव – यह समझ लें की होली कोई एक दिन का त्यौहार नहीं है बल्कि पूरे 5 दिन का त्यौहार तो तिथियों के मान से ही है। यह भी बता देना उचित है कि सीहोर में होली भोपाल से कई गुना ज्यादा उत्साह, उमंग व अपनी अनेक परम्पराओं के साथ मनाई जाती है, इसमें किसी राजा या नवाब की कोई देन नहीं है । <br />होली की यह अतिसामान्य जानकारी भी वह कथित इतिहासकार जान लें कि होली की पड़वा एकम को ‘‘गमी’’ की होली रहती है, पूरे देश में ही गमी की होली मनाई जाती है, सीहोर में आज भी पहले दिन गमी की होली पर विभिन्न जाति समाज के लोग अपनी-अपनी ‘’गैर’’ निकालते हैं, और उन घरों में जाते हैं जहां बीते वर्ष गमी अर्थात किसी की मृत्यु हुई हो । <br />हिन्दु धर्म में यह परम्परा बता देना उचित होगा कि गमी वाले घरों के लिये सारे त्यौहार सामान्य रहते हैं लेकिन यदि वर्ष के बीच में होली आ जाये तो होली की एकम को जब समाज की गैर गमी वाले घर के लोगों को बाहर निकालकर गम भूल जाने की समझाईश देती तो इस दिन बाद आगामी सारे त्यौहार वह परिवार मना सकता है । <br />मूल बात यह है कि सीहोर में ही नहीं बल्कि आसपास क्षेत्रों में पहले दिन गमी की होली मनती है और दूसरे ऐसी शानदार होली मनती है कि वह लोग जिन्हे होली खेलने का शोक हो, वह स्वयं ही सीहोर खींचे चले आते है। सीहोर में पूर्व वर्षों में 5 दिन की होली मनती थी, कथित इतिहासकार सोचे की क्या बाकी के 3 दिन क्या नवाब की याद में होली मनती होगी। <br />इसे नोट कर लें – कि अभी 9-10 वर्ष वर्ष 2000 के पूर्व तक सीहोर से लगी हुई आष्टा तहसील में तो होली की धूम इतनी जबर्दस्त रहती थी कि पूरे 5 दिन तक बाजार बंद रहता था प्रतिदिन होली होती थी, लेकिन अभी 10 वर्ष पूर्व बैठक करके निर्णय लिया गया कि 5 दिन होली शहर के अलग-अलग हिस्सों में बांटकर होगी, अब वहां भी जिसे होली पसंद होती है वह पूराने आष्टा नगर को छोड़ जहां होली हो रही होती है उस मोहल्ले क्षेत्र में चला जाता है, ठीक वैसे ही है जैसे नवाब सीहोर आ जाते थे । <br /> यदि नवाब सीहोर में आकर होली खेलता था तो यही कहा जाना चाहिये कि नवाब होली खेलने के शोक में सीहोर में होली खेलने चले जाया करते थे, उनके कारण सीहोर में होली होती यह कहना ना सिर्फ गलत, भ्रामक, असत्य है बल्कि इतिहास के साथ छेड़छाड़ भी है <br /> इन्ही कथित इतिहासकारों के कारण आज सीहोर में दूसरे दिन की होली संकट के दौर से गुजर रही है, क्योंकि यहां पहले दिन गमी की होली का इतना महत्व है कि इस दिन सामान्य कम लोग होली खेलते हैं लेकिन दूसरे दिन हर हुरियारा सड़क पर होता है, ऐसे में प्रशासन, पुलिस बल हर कोई यह चाहता है कि होली की मस्ती कम हो, प्रशासन व पुलिस बल लगातार होली के सप्ताह भर पहले से यह कहना शुरु कर देता है कि सीहोर के लोग आज भी नवाब की याद में होली खेल रहे हैं, एक नया सिपाही भी यहां आता है जिसे सीहोर का इतिहास नहीं मालूम हो, वह तक नई उम्र के हुरियारों से कहता है कि नवाब खेलते आते थे इसलिये यहां होली हो रही है, कुछ नये लोग जिन्हे होली से घबराहट होती है वह भी खुद को बचाने के लिये कह देते हैं कि हम नवाब की होली क्यों खेलें:::::::<br /> मूर्ख इतिहासकारों के कारण आज आम स्वाभिमानी सीहोर का नागरिक पारम्परिक होली खेलते हुए परेशानी महसूस करता है, उसे चारों और होली के विरोधियों द्वारा यह स्वर सुनाई देता है कि नवाब की होली खेल रहे हो। <br />क्षमा प्रार्थना सहित – निवेदन है कि आपके चिट्ठे पर सरपरस्ती में लिखा गया उक्त लेख व विषय उचित है लेकिन उसमें यह उल्लेख किया जाना गलत है कि सीहोर के कई हिस्सो मे आज भी वह परम्परा निभाई जाती है........ । अरे आपको मालूम भी नहीं है कि दूसरे दिन सीहोर के हर एक हिस्से में, हर घर में होली होती है, और इतनी होती है कि एक बार हिम्मत करके आप आकर तो देखिये........रंगपंचमी पर भी चाहे तो आ सकते हैं । सोने की पिचकारियां भूल जायेंगे।fursathttps://www.blogger.com/profile/12147215009521895398noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post-80229113788892582092009-03-11T07:38:00.000+05:302009-03-11T07:38:00.000+05:30अच्छी जानकारी। होली मुबारक!अच्छी जानकारी। होली मुबारक!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post-15890258999650677182009-03-11T00:55:00.000+05:302009-03-11T00:55:00.000+05:30होली वाले दिन तो भैया, हर कोई नवाब होता है।होली मह...होली वाले दिन तो भैया, हर कोई नवाब होता है।<BR/>होली महापर्व की बहुत बहुत बधाई<BR/> जानकारी रोचक है।गर्दूं-गाफिलhttps://www.blogger.com/profile/18099843303913951602noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post-52494014565857345412009-03-10T21:28:00.000+05:302009-03-10T21:28:00.000+05:30शुक्रिया इस जानकारी से अवगत कराने के लिएशुक्रिया इस जानकारी से अवगत कराने के लिएManish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post-45871720668408609102009-03-10T21:18:00.000+05:302009-03-10T21:18:00.000+05:30बहुत लाजवाब जानकारी दी आपने. शुभकामनाएंऔर आपको होल...बहुत लाजवाब जानकारी दी आपने. शुभकामनाएं<BR/><BR/>और आपको होली की घणी रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post-24560816556018325892009-03-10T21:14:00.000+05:302009-03-10T21:14:00.000+05:30मैं तो बस इतना ही अर्ज़ करना चाहूंगा कि होली वाले द...मैं तो बस इतना ही अर्ज़ करना चाहूंगा कि होली वाले दिन तो भैया, हर कोई नवाब होता है।Sanjay Groverhttps://www.blogger.com/profile/14146082223750059136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post-53159512353548378162009-03-10T20:45:00.000+05:302009-03-10T20:45:00.000+05:30सोने की न सहीसोने की ही सहीमना लेंगे हम सोकर के सो...सोने की न सही<BR/><BR/>सोने की ही सही<BR/><BR/>मना लेंगे हम <BR/>सोकर के सोने की होली<BR/><BR/>जगेंगे तब जब होलेगी होली<BR/><BR/>बरसेंगे रंग, झूमेंगे हम<BR/><BR/>रंगकामनायें स्वीकारें।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post-47482607044770470452009-03-10T20:41:00.000+05:302009-03-10T20:41:00.000+05:30मयूर जी आपने नवावों की होली के बारे में अच्छी जानक...मयूर जी आपने नवावों की होली के बारे में अच्छी जानकारी दी है , आप को होली की बधाईयाँ .........AAKASH RAJhttps://www.blogger.com/profile/16694611264692471439noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post-85863427666482014732009-03-10T20:35:00.000+05:302009-03-10T20:35:00.000+05:30होली पर शुभकामनाएँ कीजिए मेरी क़ुबूलयह वह गुलदस्ता...होली पर शुभकामनाएँ कीजिए मेरी क़ुबूल<BR/>यह वह गुलदस्ता है जिसमें हैँ कई रंगोँ के फूल<BR/><BR/>है सभी फूलोँ की ख़ुशबू और रंगत भिन्न भिन्न<BR/>आइए मिल कर मनाएँ ईद-ए-मीलाद-ए-रसूल<BR/>अहमद अली बर्क़ी आज़मीAhmad Ali Barqi Azmihttps://www.blogger.com/profile/11228201715441418433noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post-38565590850289952312009-03-10T20:27:00.000+05:302009-03-10T20:27:00.000+05:30दिलचस्प जानकारी का आभार.होली महापर्व की बहुत बहुत ...दिलचस्प जानकारी का आभार.<BR/><BR/>होली महापर्व की बहुत बहुत बधाई एवं मुबारक़बाद !!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post-29323464194618586542009-03-10T20:21:00.000+05:302009-03-10T20:21:00.000+05:30नवाब घराने भी होली खेला करते थे ये नायाब जानकारी ...नवाब घराने भी होली खेला करते थे ये नायाब जानकारी लगी ! <BR/>आप सभी को होली की शुभ कामनाएंलावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post-8662823548061513052009-03-10T19:27:00.000+05:302009-03-10T19:27:00.000+05:30जानकारी रोचक लगी। आपको होली की हार्दिक शुभकामनाएं।...जानकारी रोचक लगी। आपको होली की हार्दिक शुभकामनाएं।Prakash Badalhttps://www.blogger.com/profile/04530642353450506019noreply@blogger.com