tag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post3361821926925586714..comments2023-05-09T18:58:07.141+05:30Comments on अपनी अपनी डगर: हिंदुत्व और मैंMAYURhttp://www.blogger.com/profile/07342867687077320304noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post-14934117344752784622009-03-20T17:03:00.000+05:302009-03-20T17:03:00.000+05:30हिन्दु कहने से शर्म आए तो सनातन कह लो.हिन्दु कहने से शर्म आए तो सनातन कह लो.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post-10122298778299633082009-03-19T23:49:00.000+05:302009-03-19T23:49:00.000+05:30दिनेश जी व सलीम जी से सहमति है। क्या क्या कहलाने स...दिनेश जी व सलीम जी से सहमति है। <BR/>क्या क्या कहलाने से कतराएँगे? जब कोई पुरुष बलात्कार करता है तो पुरुष होने से, जब मनुष्य क्रूर होता है तो मनुष्य होने से ? मूक दर्शक बना रहना सही न भी हो तो भी गलत न करना, गलत का साथ न देना और इस तरह से लिखकर गलत का विरोध करना भी सही है।<BR/>घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post-80484028993476226162009-03-19T21:02:00.000+05:302009-03-19T21:02:00.000+05:30'हिंदू' शब्द की परिभाषाभारत वर्ष में रह कर अगर हम ...'हिंदू' शब्द की परिभाषा<BR/><BR/>भारत वर्ष में रह कर अगर हम कहें की हिंदू शब्द की परिभाषा क्या हो सकती है? हिंदू शब्द किस प्रकार से प्रयोग किया जाता है? आख़िर क्या है हिंदू? तो यह एक अजीब सा सवाल होगा लेकिन यह एक सवाल है कि जिस हिन्दू शब्द का इस्तेमाल हम वर्तमान में जिस अर्थ के लिए किया जा रहा है क्या वह सही है ?<BR/><BR/>मैंने हाल ही में पीस टीवी पर डॉ ज़ाकिर नाइक का एक स्पीच देखा, उन्होंने किस तरह से हिंदू शब्द की व्याख्या की मुझे कुछ कुछ समझ में आ गया मगर पुरी संतुष्टि के लिए मैंने अंतरजाल पर कई वेबसाइट पर इस शब्द को खोजा तो पाया हाँ डॉ ज़ाकिर नाइक वाकई सही कह रहे हैं. हिंदू शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई, कब हुई और किसके द्वारा हुई? इन सवालों के जवाब में ही हिंदू शब्द की परिभाषा निहित है| <BR/><BR/>यह बहुत ही मजेदार बात होगी अगर आप ये जानेंगे कि हिंदू शब्द न ही द्रविडियन न ही संस्कृत भाषा का शब्द है. इस तरह से यह हिन्दी भाषा का शब्द तो बिल्कुल भी नही हुआ. मैं आप को बता दूँ यह शब्द हमारे भारतवर्ष में 17वीं शताब्दी तक इस्तेमाल में नही था. अगर हम वास्तविक रूप से हिंदू शब्द की परिभाषा करें तो कह सकते है कि भारतीय (उपमहाद्वीप) में रहने वाले सभी हिंदू है चाहे वो किसी धर्म के हों. हिंदू शब्द धर्म निरपेक्ष शब्द है यह किसी धर्म से सम्बंधित नही है बल्कि यह एक भौगोलिक शब्द है. हिंदू शब्द संस्कृत भाषा के शब्द सिन्धु का ग़लत उच्चारण का नतीजा है जो कई हज़ार साल पहले पर्सियन वालों ने इस्तेमाल किया था. उनके उच्चारण में 'स' अक्षर का उच्चारण 'ह' होता था| <BR/><BR/><BR/>हाँ....मैं, सलीम खान हिन्दू हूँ !!!<BR/><BR/>हिंदू शब्द अपने आप में एक भौगोलिक पहचान लिए हुए है, यह सिन्धु नदी के पार रहने वाले लोगों के लिए इस्तेमाल किया गया था या शायेद इन्दुस नदी से घिरे स्थल पर रहने वालों के लिए इस्तेमाल किया गया था। बहुत से इतिहासविद्दों का मानना है कि 'हिंदू' शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम अरब्स द्वारा प्रयोग किया गया था मगर कुछ इतिहासविद्दों का यह भी मानना है कि यह पारसी थे जिन्होंने हिमालय के उत्तर पश्चिम रस्ते से भारत में आकर वहां के बाशिंदों के लिए इस्तेमाल किया था। <BR/><BR/>धर्म और ग्रन्थ के शब्दकोष के वोल्यूम # 6,सन्दर्भ # 699 के अनुसार हिंदू शब्द का प्रादुर्भाव/प्रयोग भारतीय साहित्य या ग्रन्थों में मुसलमानों के भारत आने के बाद हुआ था। <BR/><BR/><BR/>भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक 'द डिस्कवरी ऑफ़ इंडिया' में पेज नम्बर 74 और 75 पर लिखा है कि the word Hindu can be earliest traced to a source a tantrik in 8th century and it was used initially to describe the people, it was never used to describe religion... पंडित जवाहरलाल नेहरू के मुताबिक हिंदू शब्द तो बहुत बाद में प्रयोग में लाया गया। हिन्दुज्म शब्द कि उत्पत्ति हिंदू शब्द से हुई और यह शब्द सर्वप्रथम 19वीं सदी में अंग्रेज़ी साहित्कारों द्वारा यहाँ के बाशिंदों के धार्मिक विश्वास हेतु प्रयोग में लाया गया। <BR/><BR/>नई शब्दकोष ब्रिटानिका के अनुसार, जिसके वोल्यूम# 20 सन्दर्भ # 581 में लिखा है कि भारत के बाशिंदों के धार्मिक विश्वास हेतु (ईसाई, जो धर्म परिवर्तन करके बने को छोड़ कर) हिन्दुज्म शब्द सर्वप्रथम अंग्रेज़ी साहित्यकारों द्वारा सन् 1830 में इस्ल्तेमल किया गया था| <BR/><BR/>इसी कारण भारत के कई विद्वानों और बुद्धिजीवियों का कहना है कि हिन्दुज्म शब्द के इस्तेमाल को धर्म के लिए प्रयोग करने के बजाये इसे सनातन या वैदिक धर्म कहना चाहिए. स्वामी विवेकानंद जैसे महान व्यक्ति का कहना है कि "यह वेदंटिस्ट धर्म" होना चाहिए| <BR/><BR/>इस प्रकार भारतवर्ष में रहने वाले सभी बाशिंदे हिन्दू हैं, भौगोलिक रूप से! चाहे वो मैं हूँ या संजय सेन सागर जी या कोई अन्य | <BR/><BR/>आपकी आलोचनाओं का स्वागत है| <BR/><BR/>सलीम खान<BR/>स्वच्छ सन्देश : हिन्दोस्तान की आवाज़<BR/>लखनऊ व पीलीभीत, उत्तर प्रदेश<BR/>http://swachchhsandesh.blogspot.com<BR/>साथ ही मेरे लेख यहाँ भी हैं <BR/>http://yaadonkaaaina.blogspot.comSaleem Khanhttps://www.blogger.com/profile/17648419971993797862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post-88107597886988752462009-03-19T19:35:00.000+05:302009-03-19T19:35:00.000+05:30रवि अच्छा है आप मानवीय और तार्किक ढंग से सोचरहे है...रवि अच्छा है आप मानवीय और तार्किक ढंग से सोचरहे हैं।Ek ziddi dhunhttps://www.blogger.com/profile/05414056006358482570noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post-62400968657008882212009-03-19T18:38:00.000+05:302009-03-19T18:38:00.000+05:30हिन्दू एक धर्म, संप्रदाय या मजहब है ही नहीं वह एक ...हिन्दू एक धर्म, संप्रदाय या मजहब है ही नहीं वह एक प्राचीन राष्ट्रीयता है। जिसे अब धर्म घोषित कर उसे जबरन मनवाया जा रहा है। अधिक से अधिक वह प्राचीन भारत की वह उदार जीवन शैली है जिस में सब पनाह पाते थे। लेकिन अब यह पनाहगाह छोटी पड़ने लगी है। इसे अब हिन्दू कहना ही उस प्राचीन राष्ट्रीयता का अपमान है। जैसे संजय, वरुण के साथ गांधी शब्द अपमानित होता है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post-62214501814776966032009-03-19T18:28:00.000+05:302009-03-19T18:28:00.000+05:30कायर और मूर्ख और पाक-चीन-परस्त अपने को हिन्दू न क...कायर और मूर्ख और पाक-चीन-परस्त अपने को हिन्दू न कहें, इसी में हिन्दुत्व की भलाई है।अनुनाद सिंहhttps://www.blogger.com/profile/05634421007709892634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1003205703605241903.post-27704465680838723702009-03-19T18:18:00.000+05:302009-03-19T18:18:00.000+05:30श्रीमान वैसे तो हिन्दुत्व की बोहोत सी परिभाषाये आई...श्रीमान वैसे तो हिन्दुत्व की बोहोत सी परिभाषाये आई है,<BR/>लेकिन फिर भी अभी तक कोई ऐसे ठोस परिभाषा नहीं है जिसके आधार पर एक आदमी का हिंदुत्व से सही सही रिश्ता बताया जा सके या हिंदुत्व को परिभाषित किया जा सके.....<BR/><BR/>लेकिन हाँ अगर इसका अध्ययन किया जाये तो आपको पक्का पता चलेगा की ये सबसे अलग है( जो इसे महान बनता है )<BR/><BR/>कुछ लोग ऐसे भी है जो धरम का नाम लेकर कुछ गलत कम कर जाते है कभी कभी जिस से खुद धर्म की छवि पैर भी नुकसान पहुचता है....<BR/><BR/>हमारे धर्म की एक ख़ास बात ये है की ये हर पक्ष की या गुड की वकालत करता है ....<BR/><BR/>और धर्मो की तरह ये इस बात को नहीं कहता की भगवान् और शैतान में कोई लडाई है...इसके अनुसार शैतान को भी भगवन ने बनाया है और इन्सान को भी इसी प्रकार ये अहिंसा का भी पक्ष लेता है और हिंसा का भी,तो यदि अगर अपनी अपनी रक्षा के लिए हिंसा की जरुरत पड़े तो इसमें गलत ही क्या है ??Puneethttps://www.blogger.com/profile/16033070878507734895noreply@blogger.com